बुधवार, 2 सितंबर 2015

Sanskrit vaky nirman



वाक्य निर्माण
संस्कृत में वाक्य निर्माण के लिए शब्द रूप और धातु रूप की जानकारी होनी चाहिए |

प्रत्येक शब्द रूप की पहली पंक्ति कर्ता कारक अर्थात कर्ता होता है | 

कर्ता को तीन पुरुषों और तीन वचनों में बाँटा गया है|

धातु रूप अर्थात क्रियाओं को भी तीन पुरुषों और तीन वचनों में बाँटा गया है|

कर्ता जिस पुरुष और जिस वचन का होता है, क्रिया भी उसी पुरुष और उसी वचन का

 होता है|
              कर्ता क्रिया चक्रम् (लट् लकार) presant tense 

          एक वचन           द्वि वचन          बहु वचन
 
कर्ता प्रथम पुरुष  सः              तौ               ते (कोई भी संज्ञा या सर्वनाम)

 क्रिया         पठति              पठतः             पठन्ति

कर्ता मध्यम पुरुष  त्वं             युवाम्              यूयम्

  क्रिया         पठसि             पठथः               पठथ

कर्ता उत्तम पुरुष   अहम्            आवाम्             वयम्

 क्रिया           पठामि             पठावः              पठामः

लट् लकार Presant tense

लृट् लकार Future tense

लंग लकार Past tense

लोट् लकार Imperative tense

विधिलिंग लकार  Potentiyal tense


लट् लकार Presant tense
१- त्वं पठसि| You are reading.

२- युवाम् पठथः| You both are reading.

३- यूयम् पठथ|   You all are reading.

४- अहम् पठामि| I am  reading.

५- आवाम् पठावः| We both are  reading.

६- वयम् पठामः| We all are  reading.

७- सः पठति|  He is  reading.

८- तौ पठतः| They both are reading. 
   
९- ते  पठन्ति|  They all are reading.
 
१०- सा पठति| She is  reading.

११- ते पठतः| They both are reading. 
   
१२- ताः पठन्ति| They all are reading. 
  
१३- रामः पठति| Ram is  reading.

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