वाक्य निर्माण
संस्कृत में वाक्य निर्माण के लिए शब्द
रूप और धातु रूप की जानकारी होनी चाहिए |
प्रत्येक
शब्द रूप की पहली पंक्ति कर्ता कारक अर्थात कर्ता होता है |
कर्ता
को तीन पुरुषों और तीन वचनों में बाँटा गया है|
धातु रूप अर्थात क्रियाओं को भी तीन
पुरुषों और तीन वचनों में बाँटा गया है|
कर्ता
जिस पुरुष और जिस वचन का
होता है, क्रिया भी उसी पुरुष और उसी वचन का
होता है|
कर्ता क्रिया चक्रम् (लट् लकार) presant
tense
एक वचन द्वि वचन बहु वचन
कर्ता प्रथम पुरुष सः तौ ते
(कोई भी संज्ञा या सर्वनाम)
क्रिया पठति पठतः पठन्ति
कर्ता मध्यम पुरुष त्वं युवाम् यूयम्
क्रिया पठसि पठथः पठथ
कर्ता उत्तम पुरुष अहम् आवाम् वयम्
क्रिया पठामि पठावः पठामः
लट् लकार Presant tense
लृट् लकार Future tense
लंग लकार Past tense
लोट् लकार Imperative tense
विधिलिंग लकार Potentiyal tense
लट् लकार Presant tense
१- त्वं पठसि| You are reading.
२- युवाम् पठथः| You both are reading.
३- यूयम् पठथ| You all are reading.
४- अहम्
पठामि| I am reading.
५- आवाम् पठावः| We both are reading.
६- वयम् पठामः| We all are reading.
७- सः पठति| He is
reading.
८- तौ पठतः| They both are reading.
९- ते पठन्ति| They all are reading.
१०- सा पठति| She is reading.
११- ते पठतः| They both are reading.
१२- ताः
पठन्ति| They all are reading.
१३- रामः पठति| Ram is reading.
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